HPV Vaccine: आज हम बात करेंगे एचपीवी (HPV) के बारे में। एचपीवी एक आम वायरस है, जो सेक्स के दौरान एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। महिलाओं में इस वायरस के होने की संभावना ज्यादा है। ऐसी महिलाएं जो सेक्सुअली एक्टिव हैं, उनमें एचपीवी वायरस (HPV Virus) का डर बना रहता है। महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) इस बीमारी का गंभीर रूप होता है। हालांकि, शरीर की प्रतिरोधक क्षमता HPV संक्रमण को कम कर देती है। लेकिन जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है, उनमें यह संक्रमण गंभीर रूप ले सकता है। आज के इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे HPV वैक्सीन के बारे में-
क्या कहते हैं आंकड़ें?
दुनिया भर में सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) से होने वाले मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। वहीं भारत में यह 18.3 प्रतिशत के साथ तीसरा सबसे आम कैंसर है। एक रिपोर्ट के अनुसार, 9.1 प्रतिशत की मृत्यु दर के साथ यह महिलाओं में मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण भी है। अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि एचपीवी वैक्सीन (HPV Vaccine) की मदद से सर्वाइकल कैंसर के प्रभाव पर और इससे होने वाले खतरे पर कुछ हद तक काबू पाया जा सकता है।
वित्तमंत्री Nirmala Sitharaman ने Interim Budget 2024 में किया HPV वैक्सीन का जिक्र
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार के बजट में सर्वाइकल कैंसर टीकाकरण को बढ़ाने की घोषणा की। इसके तहत 9-14 साल की लड़कियों का टीकाकरण करके कैंसर के जोखिमों को कम करने पर ध्यान दिया जाएगा।
Cervical Cancer In Women: क्या है सर्वाइकल कैंसर?
सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में पाया जाता है। गर्भाशय का सबसे निचले भाग को सर्विक्स कहते हैं जिस हिस्से में सर्वाइकल कैंसर होने का खतरा रहता है। अधिकांश सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पेपिलोमावायरस (HPV) संक्रमण के कारण होते हैं।
HPV Vaccine से जुड़े फैक्ट्स
- एचपीवी वैक्सीनेशन सर्वाइकल कैंसर के बढ़ते खतरे को कम करने में मददगार हो सकती है
- यह वैक्सीन 90% से अधिक एचपीवी संक्रमण और कैंसर को कम करने में मददगार हो सकती है.
- साल 2006 में पहली बार एचपीवी टीकाकरण (HPV Vaccination) की सिफारिश की गई थी.
- 9 साल या इससे अधिक उम्र के लोगों को यह टीका दिया जा सकता है.
- एचपीवी वैक्सीन की मदद से मुंह, गले, सिर और गर्दन के कैंसर से भी बचाव हो सकता है.
- प्रेग्नेंसी के दौरान यह टीका नहीं दिया जाता है.
Note: यह लेख गुगल पर मौजूद जानकारी के आधार पर लिखी गई है। यह लेख किसी भी स्वास्थ्य लाभ की पुष्टि नहीं करता।